भारतीय दिनचर्या में विज्ञान सुबह से शाम तक Dinacharya In Hindi

Dinacharya In Hindi महत्त्वपूर्ण जानकारी के साथ इस आर्टिकल की शुरुआत करते हैं। भारतीय दिनचर्या में विज्ञान की क्या भूमिका है? विज्ञान हमारे दिनचर्या में कैसे सहायक होती है? Daily Routine जीवन बनाने से क्या लाभ होता है? सुबह से शाम तक भारतीय दिनचर्या मनुष्य जीवन के बारे में यह महत्त्वपूर्ण आर्टिकल है आप इसे पूरा पढ़ें। तो चलिए शुरुआत करते हैं।

Dinacharya In Hindi
Dinacharya In Hindi

Dinacharya In Hindi (दिनचर्या)

सबसे पहले दिनचर्या को समझते हैं यह क्या है? जैसे कि दोस्तों आप रोजाना ऑफिस जाते हैं ऑफिस जाने से पहले आप घर पर सुबह उठते ही क्या करते हैं? और दिन भर आप जब तक रात्रि में सोते नहीं तब तक क्या-क्या कार्य किया? यह आपको Daily Routine प्रोग्राम कह सकते हैं। या दैनिक Dinacharya कह सकते हैं। इंसान Life Dinacharya को एक स्वस्थ एवं एक्टिव बनाता है।

आप यदि नियमित कोई कार्य करते हैं तो आपकी दिनचर्या अच्छी फिटनेस के हिसाब से हो सकती है। कोई भी चाहे छोटा गरीब या बड़ा बिजनेसमैन हो अपने Daily Routine कार्यक्रम के तहत काम करें तो नियमिता शरीर के लिए स्वास्थ्यवर्धक एवं आरामदायक, साथ में आपकी मानसिक संतुलन को बनाए रखने में विशेष कार्य करती है।

वास्तव में कुछ लोग ऐसे होते हैं जो अपने डेली रूटीन कार्यक्रम को नियमित करते हैं और समय पर पूरा करते हैं। कुछ ऐसे भी होते हैं जिनको भिन्न-भिन्न कार्य करने में मन लगता है या उसे सही समय पर नहीं कर पाते हैं। लेकिन Daily Routine दिनचर्या प्रोग्राम विशेषकर सुबह उठ करके और शाम सोने से पहले कुछ ऐसे कार्य होते हैं जो आपको रोजाना करना होता है।

भारतीय दिनचर्या में विज्ञान (science in indian routine)

Bhariye Dinacharya me since: भारतीय ऋषि उच्चकोटि के अनुसंधानकर्त्ता और वैज्ञानिक थे, वे समस्त अनुसंधान में व्याप्त हो गए थे। उन्होंने जीवन शैली को पूर्ण वैज्ञानिक तरीके से ही विकसित किया। इसका उदाहरण पर्यावरण सुरक्षा में देख सकते हैं। पर्यावरण संतुलन का आधार वन, पर्वत और नदियों की सुरक्षा है।

भारत में नदियों को माता कहा गया, वन संपदा को वनदेवी माना गया और पर्वत के पत्थर में ईश्वर की कल्पना की गई। आस्था एवं आराधना से अधिक सुरक्षा का उपाय दूसरा नहीं होता। उन्होंने आस्था-श्रद्धा उत्पन्न करके नदियों, पर्वतों और वनों की सुरक्षा कर ली थी जैसे ही विपरीत मानसिकता की सत्ताएँ प्रभारी हुईं।

उन्होंने नगरों की गंदगी नदियों में डालना शुरू की, पर्वतों और वनों की अंधाधुंध कटाई शुरू की तो पर्यावरण असंतुलन हो गया। ‘ ग्लोबल वार्मिंग शुरू हो गई। ग्लेशियर पिघलने लगे, समंदर का वाटर लेवल बढ़ने लगा और धरती के जीवन को खतरा उत्पन्न हो गया।

बहुत छोटी-छोटी परंपरा (little tradition)

बहुत छोटी-सी बात भारत में परंपरा रही है ‘राख और नमक’ से मंजन करने की, अब टूथपेस्ट के प्रचार में पूछा जाता है, तुम्हारे टूथपेस्ट में नमक है यानी प्राचीन भारत में शरीरविज्ञान इतना उन्नत था कि उन्हें यह प्रचार करने की जरूरत नहीं थी कि दाँतों की हिफाजत के लिए नमक चाहिए बल्कि हर इंसान जानता था।

भोजन के लिए हाथ धोकर कपड़े से पोंछे नहीं जाते थे। केवल सुखाए जाते थे। कई बार रूमाल और तौलिया की नमी में बैक्टिरिया हो सकते हैं। हाथ पोंछने में वह हाथ में और भोजन करने में भीतर जा सकता है। अंतरिक्ष विज्ञान गाँवगाँव में फैला था। आज भी गाँव का पंडित केवल पंचांग देख कर सूर्योदय, सूर्यास्त का समय बताता है, सूर्यग्रहण और चन्द्रग्रहण की तिथि-समय बताता है उसमें एक सेकंड का अंतर नहीं आता।

भारत में भोजन, वस्त्र, आवास, खेती, शिक्षा सब वैज्ञानिकता के आधार भर थे लेकिन लगातार आक्रमणों से पूरा ढाँचा चरमरा गया और जो बचा वह कर्मकांड में खो गया। आज जरूरत। भारत की परंपराओं को अंधविश्वास और कर्मकांड से मुक्त कर प्रचारित करने की। उसी में मानव का कल्याण और भारत की प्रतिष्ठा भी।

डेली रूटीन में विज्ञान (Science in the Daily Routine)

दोस्तों जैसे कि आप जानते हैं हमारे दैनिक जीवन में विज्ञान का बहुत महत्त्वपूर्ण योगदान रहा है। आज भी हम विज्ञान के युग के साथ चल रहे हैं और इसके साथ-साथ हम रोजाना विज्ञान के अनुसंधान किए गए कुछ महत्त्वपूर्ण सामानों को यूज करते हैं, जो हमारे दिनचर्या में मददगार होते हैं।

R- दैनिक दिनचर्या के बारे में उपयोगी पाठ

आजकल आप सुबह उठेंगे, उसके बाद मंजन करेंगे यह विज्ञान ने कुछ कर दिखाया है जो आपके दातों को साफ रखता है। साथ में आप नहाने के लिए साबुन का इस्तेमाल करते हैं इसमें भी विज्ञान का योगदान है, दिन में आप ना जाने ऐसे कौन-कौन से और क्या-क्या सामान को यूज करते होंगे, जो हमारे डेली रूटीनDaily Routine प्रोग्राम में विज्ञान के द्वारा विकसित किए गए सामानों का उपयोग करते हैं।

निष्कर्ष

ऊपर दिए गए आर्टिकल के माध्यम से आपने Happy Festival वेबसाइट के द्वारा Dinacharya In Hindi की महत्त्वपूर्ण जानकारी पढ़ी। आशा है आपको यह जानकारी जरूर अच्छी लगी होगी, आपका समय मंगलमय हो हमारे और अधिक महत्त्वपूर्ण आर्टिकल पढ़ें।

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