Rashtriya Ekta Diwas 2025

Rashtriya Ekta Diwas 2025: राष्ट्रीय एकता दिवस पर एकता और अखंडता का संदेश

Happy Jayanti

भारत एक विविधताओं से भरा देश है — यहां भाषाएं, संस्कृतियां, परंपराएं और धर्म भले ही अलग हों, लेकिन इन सबको एक सूत्र में बांधने वाली भावना है राष्ट्रीय एकता (National Unity)। इस भावना को मजबूत करने और देश के महान नेता सरदार वल्लभभाई पटेल के योगदान को याद करने के लिए हर साल 31 अक्टूबर को राष्ट्रीय एकता दिवस (Rashtriya Ekta Diwas) मनाया जाता है।

Rashtriya Ekta Diwas 2025

🗓️ राष्ट्रीय एकता दिवस कब और क्यों मनाया जाता है?

राष्ट्रीय एकता दिवस (National Unity Day) हर वर्ष 31 अक्टूबर को मनाया जाता है। यह दिन भारत के लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती के रूप में मनाया जाता है।
इस दिन का उद्देश्य देश के नागरिकों में एकता, अखंडता और भाईचारे की भावना को बढ़ावा देना है।

सरदार पटेल ने स्वतंत्रता के बाद देश के 562 से अधिक रियासतों को एकजुट कर एक भारत, श्रेष्ठ भारत की नींव रखी थी। इसी कारण से उन्हें “राष्ट्रीय एकता के जनक” कहा जाता है।

🇮🇳 राष्ट्रीय एकता के जनक कौन थे?

  • राष्ट्रीय एकता के जनक (Father of National Unity) कहलाने वाले सरदार वल्लभभाई पटेल का जन्म 31 अक्टूबर 1875 को गुजरात के नडियाद में हुआ था। वे भारत के पहले उप-प्रधानमंत्री और गृह मंत्री बने।
  • उनका सबसे बड़ा योगदान था — भारत के बिखरे हुए राज्यों को एकजुट करना, जिससे देश आज एक मजबूत राष्ट्र के रूप में खड़ा है।
  • उनकी दूरदर्शी सोच और दृढ़ नेतृत्व ने यह साबित किया कि सच्ची एकता विचारों और सहयोग से बनती है, न कि केवल सीमाओं से।

सरदार वल्लभभाई पटेल का नारा क्या था?

सरदार पटेल का प्रसिद्ध नारा था —
“एकता में ही शक्ति है” (Unity is Strength).

उन्होंने हमेशा कहा कि भारत की ताकत उसकी एकता में है, और जब तक देश के लोग एकजुट रहेंगे, तब तक कोई भी शक्ति भारत को झुका नहीं सकती।
उनकी यही विचारधारा आज भी राष्ट्रीय एकता दिवस के मूल उद्देश्य को दर्शाती है।

राष्ट्रीय एकता क्यों मनाई जाती है?

राष्ट्रीय एकता दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य देश के युवाओं में देशभक्ति, एकता और जिम्मेदारी की भावना जगाना है।
यह दिन हमें याद दिलाता है कि भले ही हमारी संस्कृतियां अलग-अलग हों, लेकिन हमारा भारत माता एक ही है।
आज के दौर में जब समाज में विभाजन की बातें सुनने को मिलती हैं, तब National Unity Day हमें यह संदेश देता है कि —

“हम अलग हो सकते हैं, लेकिन भारत हमारा एक ही है।”

31 अक्टूबर को कौन सी जयंती मनाई जाती है?

31 अक्टूबर को सरदार वल्लभभाई पटेल जयंती के रूप में मनाया जाता है, जो राष्ट्रीय एकता दिवस के नाम से भी जानी जाती है।
इस दिन देशभर में Run for Unity, Unity March, रैलियां, और प्रतिज्ञा समारोह आयोजित किए जाते हैं।
स्कूल, कॉलेज और सरकारी संस्थानों में छात्र-छात्राएं यह शपथ लेते हैं कि वे देश की एकता और अखंडता बनाए रखने में अपना योगदान देंगे।

Statue of Unity: सरदार पटेल को समर्पित विश्व की सबसे ऊँची प्रतिमा

2018 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती के अवसर पर Statue of Unity का उद्घाटन किया था।
यह प्रतिमा गुजरात के केवड़िया में स्थित है और इसकी ऊँचाई 182 मीटर है, जो इसे दुनिया की सबसे ऊँची मूर्ति बनाती है।
यह केवल एक प्रतिमा नहीं, बल्कि भारत की एकता और गर्व का प्रतीक है।

Rashtriya Ekta Diwas 2025 का थीम और संदेश

हालांकि हर वर्ष सरकार इस दिवस के लिए अलग-अलग थीम तय करती है, लेकिन इसका मूल संदेश हमेशा एक ही रहता है
“हम सब एक हैं — One Nation, One Vision, One Identity”

2025 में भी राष्ट्रीय एकता दिवस का उद्देश्य युवाओं को यह प्रेरित करना है कि वे देश की एकता, सुरक्षा और समरसता को सर्वोपरि रखें।

सरदार पटेल के कुछ प्रेरणादायक विचार

  • “मेरे लिए धर्म का अर्थ केवल मानवता है।”
  • “हमारी आज़ादी की रक्षा केवल तभी की जा सकती है जब हम एकजुट रहेंगे।”
  • “देश की एकता और अखंडता सर्वोपरि है, इसके बिना विकास अधूरा है।”

ये विचार आज भी देश के हर नागरिक को एकजुट होकर आगे बढ़ने की प्रेरणा देते हैं।

राष्ट्रीय एकता दिवस पर क्या करें?

राष्ट्रीय एकता दिवस केवल मनाने का दिन नहीं, बल्कि कुछ करने का दिन है। आप इस दिन —

  • Run for Unity जैसे कार्यक्रमों में भाग ले सकते हैं।
  • Social Media पर #NationalUnityDay जैसे हैशटैग के साथ देशभक्ति संदेश साझा करें।
  • सरदार पटेल की जीवनी पढ़ें और उनके विचारों को जीवन में अपनाएं।
  • अपने आसपास सद्भावना और भाईचारे का माहौल बनाने का प्रयास करें।

निष्कर्ष

Rashtriya Ekta Diwas 2025 हमें यह याद दिलाता है कि भारत की ताकत उसकी विविधता में है, और उस विविधता को जोड़कर रखने का श्रेय सरदार वल्लभभाई पटेल को जाता है।
आज जरूरत है कि हम उनके आदर्शों को अपनाएं, भेदभाव को त्यागें और एकजुट भारत के निर्माण में अपना योगदान दें।

“एकता ही भारत की पहचान है, और उस पहचान को बनाए रखना हर भारतीय का कर्तव्य है।” 🇮🇳

Sardar Patel in Hindi

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